इंडोनेशिया में खाने के विकारों की व्यापकता साल -दर -साल बढ़ जाती है।
इंडोनेशिया में महिलाओं द्वारा एनोरेक्सिया नर्वोसा सबसे आम खाने का विकार है।
बुलिमिया नर्वोसा भी इंडोनेशिया में एक गंभीर समस्या है, खासकर किशोरों के बीच।
खाने के विकार न केवल शारीरिक समस्याओं से संबंधित हैं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकते हैं।
इंडोनेशिया में बहुत से लोग अभी भी खाने के विकारों को वर्जित मानते हैं और चर्चा नहीं की जानी चाहिए।
कुछ जोखिम कारक जो इंडोनेशिया में खाने के विकारों का कारण बन सकते हैं, उनमें सामाजिक दबाव, अवास्तविक सौंदर्य मानक और अत्यधिक सोशल मीडिया प्रभाव शामिल हैं।
कई लोग जो इंडोनेशिया में खाने के विकारों का अनुभव करते हैं, उन्हें यह महसूस नहीं होता है कि वे इस बीमारी से पीड़ित हैं और अक्सर चिकित्सा सहायता नहीं लेते हैं।
इंडोनेशिया में कई संगठन हैं जो खाने के विकारों की रोकथाम और उपचार पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जैसे कि एनोरेक्सिया फाउंडेशन और बुलिमिया इंडोनेशिया (YABI)।
खाने के विकारों के उपचार में मनोवैज्ञानिक चिकित्सा और परिवार का समर्थन बहुत महत्वपूर्ण है।
यह समझना महत्वपूर्ण है कि खाने के विकार किसी व्यक्ति की पसंद या निर्णय नहीं हैं, लेकिन एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए उचित उपचार और समर्थन की आवश्यकता होती है।