काबुल सिटी समुद्र तल से 1,791 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
काबुल का एक लंबा इतिहास है, जो प्रागैतिहासिक काल से वर्तमान तक शुरू होता है।
यह शहर एक बार मौर्य राज्य की शक्ति का केंद्र था और तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में कुशान के साम्राज्य को पहली शताब्दी ईस्वी तक
काबुल में विभिन्न प्रकार के पर्यटक आकर्षण हैं जैसे कि शाह्र-ए घोलघोला मंदिर, दारुल अमन पैलेस और तमन बाग-ए बाबर।
यह शहर अपने पारंपरिक बाज़ारों जैसे कि शार-ए नवा बाज़ार और शाह्रे कोहना बाजार के लिए भी प्रसिद्ध है।
काबुल में डंपलिंग (डंपलिंग), अशक (मूंगफली सॉस के साथ पास्ता), और क़ाबिली पलाऊ (मांस और किशमिश के साथ चावल) जैसे विशेष खाद्य पदार्थ हैं।
काबुल में आधिकारिक भाषा की भाषा है, लेकिन कई भी जो पश्तून का उपयोग करते हैं।
काबुल में एक विविध जलवायु है, जिसमें सर्दी से लेकर सर्दियों में गर्मियों में गर्म और सूखी होती है।
शहर ने दशकों से युद्ध और राजनीतिक संघर्षों का अनुभव किया है, लेकिन वर्तमान में 2001 में तालिबान सरकार के पतन के बाद बुनियादी ढांचे और अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण की कोशिश कर रहा है।