हबल स्पेस टेलीस्कोप 24 अप्रैल, 1990 को डिस्कवरी शर्थ से लॉन्च किया गया था।
इस दूरबीन का नाम प्रसिद्ध खगोलशास्त्री एडविन हबल के नाम पर रखा गया है जो साबित करता है कि ब्रह्मांड में कई आकाशगंगाएं हैं।
हबल स्पेस टेलीस्कोप को एक बार पृथ्वी की परिक्रमा करने में लगभग 97 मिनट लगते हैं।
हबल में एक उपकरण है जो ब्रह्मांड को विभिन्न तरंग दैर्ध्य में देख सकता है, जिसमें एक्स-रे और पराबैंगनी शामिल हैं।
हबल ने ब्रह्मांड से 1.3 मिलियन से अधिक तस्वीरें तैयार की हैं।
यह टेलीस्कोप उन वस्तुओं को देख सकता है जो ब्रह्मांड में बहुत दूर हैं, यहां तक कि हमारी अपनी आकाशगंगा से भी दूर हैं।
हबल स्पेस टेलीस्कोप में एक कैमरा होता है जो 0.1 सेकंड तक के आर्क के रिज़ॉल्यूशन के साथ ऑब्जेक्ट्स की तस्वीर ले सकता है।
हबल ने हमारे सौर मंडल के बाहर ग्रहों पर भी शोध किया है, जिसमें पृथ्वी के समान ग्रह भी शामिल हैं।
इस दूरबीन ने ब्रह्मांड के कई रहस्यों का खुलासा किया है, जिसमें ब्लैक होल और सुपरनोवा विस्फोट शामिल हैं।
हबल स्पेस टेलीस्कोप का संचालन नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) द्वारा किया जाता है और इसे 2021 में जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप द्वारा प्रतिस्थापित किया जाना है।